Mandi residents threaten election boycott: नगर निगम मंडी के बैहना वार्ड के लोगों ने नगर निगम से अलग होकर पुनः बैहना पंचायत में मर्ज करने की मांग उठाई है। मंगलवार को बैहना वार्ड का एक प्रतिनिधि मंडल एडीसी मंडी से मिला और उनके माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को ज्ञापन सौंपा।
ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि जब पूर्व भाजपा सरकार ने मंडी नगर निगम का गठन किया, तो पंचायतों के विरोध के बावजूद उन्हें नगर निगम में शामिल कर लिया गया। सरकार ने यह भी वादा किया था कि मर्ज की गई पंचायतों से पांच वर्षों तक कोई टैक्स नहीं लिया जाएगा, लेकिन अब नगर निगम टैक्स वसूलने की कोशिश कर रहा है।
मूलभूत सुविधाओं की कमी
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नगर निगम द्वारा शहर जैसी मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने में असफलता रही है। उन्होंने बताया कि केवल सड़क किनारे कुछ लाइटें और बेंच लगाई गई हैं, जबकि दुर्गम क्षेत्रों में सीवरेज जैसी आवश्यक सुविधाएं अभी तक नहीं पहुंची हैं। इसके अलावा, टीसीपी के लागू होने से भवन निर्माण कार्य और अन्य विकास गतिविधियां मुश्किल हो गई हैं।
चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को समय रहते नहीं सुना गया, तो वे आगामी पंचायत, नगर निगम और विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करने पर मजबूर होंगे। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उन्हें बैहना पंचायत में वापस नहीं डाला जाता, तब तक वे नगर निगम को किसी भी प्रकार का टैक्स अदा नहीं करेंगे।